उसे खोने से जो डरते हैं कुछ रिश्ते ऐसे होते हैं। उसे खोने से जो डरते हैं कुछ रिश्ते ऐसे होते हैं।
दोनों की खुशियाँ जाहिर जो करती ! दोनों की खुशियाँ जाहिर जो करती !
दुहाई देते रस्म की वो, नजरें हुईं गर चार नहीं हैं। दुहाई देते रस्म की वो, नजरें हुईं गर चार नहीं हैं।
मन से मन का तार जुड़ेगा नवगीत निर्मित होगा। मन से मन का तार जुड़ेगा नवगीत निर्मित होगा।
देख रही है नजर, देख रही है नजर तुझे हाँ देेख रही है नजर ! देख रही है नजर, देख रही है नजर तुझे हाँ देेख रही है नजर !
झन झंकार बाजे माई तोर वीनवा के तार। हंस चढ़ी चली आवा माई हाली हमरे द्वार। झन झंकार बाजे माई तोर वीनवा के तार। हंस चढ़ी चली आवा माई हाली हमरे द्वार।